🌹पूर्ण रूप से हिंदी के प्रचार और प्रसार में समर्पित काव्यांगन मंच की स्थापना स्वर्गीय डॉ. रामकृष्ण शर्मा, डी. लिट्, विद्यावाचस्पति के संरक्षण में 21 फरवरी 2018 को हुई।🌹
काव्यांगन एक ऐसा ही मंच है जो अनेकानेक भावों से, तरंगो से, कार्यक्रमों से, दसों दिशाओं में, आप सब के सहयोग, आत्मीयता और काव्य के प्रति समर्पण के साथ, काव्य प्रेमियों के हृदय को, आपके हृदय को प्रफुल्लित करता है।🌹